मेरे घर के पास की भोलानगर बस्ती में दिवाली के पहले की बर्बादी आई। विकास करते रायपुर में इनके लिए जगह नहीं है, सुंदर शहर के लिए इनका बेदखल होना बेहद …
और पढ़ेंयह राजधानी है। कह सकते हैं कि यह प्रदेश की सबसे सुरक्षित जगह होगी। हर गली में विकास की रोशनी भी पहुंचती है और पुलिस की गाड़ियों का सायरन भी सुनाई दे…
और पढ़ेंइश्क का था इम्तेहान, दिखना भी था छिपना भी था बहना भी था रुकना भी था, हंसना भी था, रोना भी था इश्क का था इम्तेहान, होना भी था, होना ही था !!!
और पढ़ेंयूपी में रेप के बाद दो किशोरियों के हालात पर पूरे देश में मामला खूब उछला, पॉलिटिकल ड्रामेबाजी चलती रही। नेताओं के बयान सामने आए। इसी दौरान छत्तीसग…
और पढ़ेंवह न तो फेसबुक पर कभी नजर आए, न ट्विटर पर न कभी दूसरी सोशल साइट पर, लेकिन उनका अपना समाज इतना मजबूत और दूर तक फैला था, इसकी बानगी हम केसला के भीतर…
और पढ़ेंघर के आंगन में सबसे सुलभ सबसे नजदीक और सबसे ज्यादा पहचानी वाली है गौरैया हां, शायद सबसे पहले जब हम बच्चे थे सबसे पहले तुम्हारी ही सुनी थी आ…
और पढ़ेंराकेश मालवीय, रायपुर। वह एक कॉमन मैन था। मोटर मैकेनिक। छोटी सी दुकान से चार जनों के परिवार का पेट पाल रहा था। उसे पता था कि जिस इलाके में वह रहता …
और पढ़ेंकहते हैं रायपुर में दो ही मौसम होते हैं, गर्मी और बहुत गर्मी। पर यह क्या, मार्च का महीना है। खूंटी पर टंगे कैलेंडर से इस महीने की चार तारीखें इतिह…
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