अक्सर लगता है कि जिंदगी ठहर गई है, चलते-चलते हवा रुक गई हैं थम गए हैं ट्रेन के पहिए आकाश में रुक गया है बादलों का वेग परिंदों के परों में नही…
और पढ़ेंसालों-साल से ·रोड़ों रुपए बहाने ·े बाद तमाम साक्षरता अभियान पूरे देश ·ो · ख ग नहीं सिखा पाए। सालों पहले दूरदर्शन पर चलने वाले पढऩा लिखना सीखो ओ मेहन…
और पढ़ेंसंपत्ति ·की लड़ाई पुरानी है, उस दौर में भी जब रत्नजडि़त सिंहासनों पर देव, गंधर्व, राक्षस विराजते थे और अब भी। सागर मंथन ·ही ·था से ·koई अनजान नहीं ह…
और पढ़ेंहाँ कुछ आहट सुनी है मैंने हाँ कि सांसे सुनी हैं मैंने गरम अंगारों सी दहकती हुई पत्थरों के बीच लगातार पार्श्व से उठते शोरगुल से परेशां सी हैरान स…
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